Navratri 4th Day Puja:देवी कुष्मांडा को समर्पित है नवरात्रि का चौथा दिन, जानें पूजन विधि, शुभ रंग और भोग
- Amit Singh
- 11 अप्रैल 2024
- 1 मिनट पठन
शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन देवी मां के कूष्मांडा रूप की पूजा अर्चना की जाती है. मां कुष्मांडा को लगाएं इस चीज का भोग.
नवरात्रि का चौथा दिन मां दुर्गा के भव्य स्वरूप मां कुष्मांडा को समर्पित होता है. इस साल की चैत्र नवरात्रि का चौथा दिन या चतुर्थी तिथि 12 अप्रैल 2024, शुक्रवार को पड़ रही है. बेहद भव्य और सुंदर छवि वाली देवी कुष्मांडा की पूजा करने से सारे दुखों का नाश होता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार मां कुष्मांडा की मुस्कान की एक झलक ने पूरे ब्रह्मांड का निर्माण कर दिया था.
ऐसी मान्यता है कि देवी को कुम्हड़े (कद्दू) की बलि प्रिय है. इस सब्जी को कुष्मांड भी कहते हैं. जिसके आधार पर देवी का नाम भी पड़ गया कुष्मांडा. यह भी माना जाता है कि ब्रह्मांड का निर्माण मां के इस स्वरूप की मुस्कान से हुआ है. इसलिए देवी सूर्यमंडल में ही रहती हैं. केवल उन्हीं में सूरज की तपन को सहन करने की क्षमता है.
कैसे करें मां कुष्मांडा का पूजन
- देवी के पूजन के लिए सुबह जल्दी उठें. सुबह उठ कर सबसे पहले स्नान कर खुद को शुद्ध करें. इसके बाद देवी के उपवास का संकल्प लें.
- मां कुष्मांडा का पूजन करते हुए उन्हें याद से हरी इलायची के साथ सौंफ चढ़ाएं और कुम्हड़ा भी अर्पित करें.
- कोशिश करें कि अपनी आयु के अनुसार हरी इलायची चढ़ा सकें.
- इलायची समर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें
‘ॐ बुं बुधाय नमः'.
- ये मान्यता है कि समर्पित की गई इलायची को साफ हरे वस्त्र में बांधकर, पूरे नवरात्रि अपने पास रखना सुख और समृद्धि लेकर आता है.
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