भारत आने से पहले Elon Musk के प्लान पर तिलमिलाया चीन, बोला- तबाह हो जाएगा टेस्ला का कारोबार
ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के लिए टेस्ला को आमंत्रित करना मुश्किल होगा क्योंकि अमेरिकी कार निर्माता 'बेहद कम तैयारी और अपरिपक्व भारतीय बाजार' में काम नहीं कर सकता है.
इलॉन मस्क एक प्रमुख उद्यमी और उद्योगपति हैं जिन्हें विभिन्न तकनीकी और एयरोस्पेस उद्योगों में अपने योगदानों के लिए जाना जाता है। वे स्पेसएक्स के CEO और प्रमुख डिज़ाइनर, टेस्ला, इंक। के CEO और उत्पाद आर्किटेक्ट, न्यूरालिंक के CEO, और द बोरिंग कंपनी के संस्थापक हैं। मस्क सौर सिटी (अब टेस्ला का हिस्सा) और ओपनएआई जैसे अन्य उद्यमों में भी शामिल हैं।
१९७१ में दक्षिण अफ्रीका में जन्मे, मस्क अमेरिका को प्रवासित हुए और निवासित हो गए और विभिन्न व्यापारिक उद्यमों में शामिल हुए, जिसमें ज़िप २ की सह-संस्थापना, एक्स.कॉम (जो बाद में पेपैल बन गया), और स्पेसएक्स और टेस्ला की स्थापना शामिल हैं। उनका काम परिवहन, अंतरिक्ष अन्वेषण, नवीकरणीय ऊर्जा, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को क्रांतिकारी बनाने पर केंद्रित है। मस्क को उनके महत्वपूर्ण लक्ष्यों के लिए भी जाना जाता है, जैसे कि मंगल ग्रह का आबादी लगाना, वैश्विक कार्बन उत्सर्जन को कम करना, और पर्यावरणीय ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देना।
एलन मस्क भारत में अपना कारोबार बढ़ाने के लिए टेस्ला की फैक्ट्री (Tesla Plant in India) लगाना चाहते हैं, जिसके मद्देनजर टेस्ला के मालिक भारत 22 अप्रैल से शुरू हो रहे सप्ताह के दौरान आ सकते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात कर सकते हैं. इस बीच, चीन को एलन मस्क (Elon Musk) का ये प्लान बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है. टेस्ला के भारत आने से पहले ही चीन बद्दुआएं देने लगा है.
अब चीन ने कहा कि भारत में टेस्ला का कारोबार बर्बाद हो जाएगा. ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के लिए टेस्ला को आमंत्रित करना मुश्किल होगा क्योंकि अमेरिकी कार निर्माता 'बेहद कम तैयारी और अपरिपक्व भारतीय बाजार' में काम नहीं कर सकता है. चीन ने कहा कि भारत में ईवी सुविधा में टेस्ला के आगामी निवेश से देश को लाभ होगा और ईवी उत्पादन बढ़ेगा, जो टेस्ला के लिए ज्यादा सही नहीं होगा. बता दें ग्लोबल टाइम्स चीनी सरकार का मुख्यपत्र माना जाता है.
चीन को रास नहीं आ रहा एलन मस्क का प्लान इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां तक Tesla का सवाल है, यह मुख्य रूप से मध्य और उच्च-अंत क्षेत्रों और परिपक्व बाजारों पर ध्यान केंद्रित करता है, कोई नहीं जानता कि इसे भारत में सफलता मिलेगी या नहीं. जबकि भारत का EV बाजार बढ़ रहा है, इसका आकार छोटा है. कुछ आंकड़ों से पता चला है 2023 में भारत में बेचे गए कुल यात्री वाहनों में ईवी की हिस्सेदारी सिर्फ 2.3 प्रतिशत थी.
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